जिला माइनिंग फाउंडेशनों की दुर्दशा 

जिला माइनिंग फाउंडेशनों की दुर्दशा 

भोपाल [ महामीडिया] प्रवर्तन निदेशालय ने जेल में बंद निलंबित आइएएस रानू साहू, समीर विश्वनोई, राज्य प्रशासनिक सेवा की अधिकारी सौम्या चौरसिया समेत सूर्यकांत तिवारी,सुनील अग्रवाल समेत दस आरोपितों से लगातार पूछताछ कर रही है। पूछताछ में अधिकारियों से जिला माइनिंग फाउंडेशन फंड के बारे में जानकारी लेकर प्रतिवर्ष फंड से अर्जित रकम और खर्च की गई राशि हिसाब-किताब लिया गया है । इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय पूरक चालान पेश करने की तैयारी कर रही है। इसमें विधायक देवेंद्र यादव, पूर्व विधायक चंद्रदेव राय, कांग्रेस नेता रामगोपाल अग्रवाल, विनोद तिवारी समेत अन्य के नाम भी शामिल करने की चर्चा में है। जिला माइनिंग फाउंडेशनों की दुर्दशा के लिए प्रशाशन जिम्मेदार है । यदि इन जिला माइनिंग फाउंडेशनों में बाल श्रम एवं बंधुवा श्रम के अनुभवी लोगों को  परियोजना समन्वयक बनाकर अनुबंध के आधार पर भर्ती की गई होती तो यह स्थिति कभी निर्मित नहीं होती । अभी तो यह शुरुवात है आने वाले दिनों मे कई जिला माइनिंग फाउंडेशनों सहित एम.पी. फाउंडेशन  की पोल खुलने वाली है, जिसमे प्रशासनिक अधिकरियों की कारगुजारी सामने आएगी । 

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