'शमी वृक्ष' का धार्मिक महत्व

'शमी वृक्ष' का धार्मिक महत्व

भोपाल (महामीडिया) हर एक पौधे का अपना ही विशेष महत्व होता है. हर एक पौधा अपने अंदर एक विशेष गुण रखता है. कुछ पौधे सुंदरता को बढ़ाते हैं तो कुछ रंग, सुगंध, फल और फूल अलग-अलग रूपों को प्रस्तुत करते हैं. लेकिन कुछ पौधे पूजा अर्चना के लिए भी विशेष होते हैं. इन्हीं में से एक है शमी का वृक्ष.
शनि से सम्बन्ध रखने वाले इस पौधे का नाम शमी है. जीवन की तमाम पीड़ा और परेशानियों को दूर करने का काम शमी का पौधा करता है. इस पौधे की हर रोज पूजा अर्चना करना बेहद शुभ माना जाता है.
क्या है शमी के पौधे का धार्मिक महत्व
पुराणों की मानें को प्रभु श्रीराम ने लंका पर आक्रमण के करने से पहले इस विशेष पौधे की पूजा की थी. इतना ही नहीं पांडवों ने अज्ञातवास के समय अस्त्र-शस्त्र भी इसी वृक्ष पर छुपाए थे. इसीलिए इस पौधे को सबसे ज्यादा शक्तिशाली भी माना जाता है.
कब और कहां करें शमी की स्थापना
– शमी का पौधा घर में लगाना बेहद शुभ है. 
– अगर आप शनिवार के दिन भी इस विशेष पौधे को लगाते हैं तो भी अच्छा होता है.
– इस शुभ पौधे को घर में गमले में या भूमि पर मुख्य द्वार के निकट लगाना अच्छा माना जाता है.
कैसे करें इस पौधे की पूजा
– घर में लगाएं हुए शमी के पौधे के नीचे हर शनिवार को दीपक जलाएं.
-भगवान शिव पर शमी का एक पत्ता रोज चढ़ाना बेहद शुभ होता है.
-पूजा पाठ में भी इस पौधे के पत्तों का विशेष महत्व होता है
-कहते हैं कि किसी अच्छे काम के लिए घर से जाने से पहले इस पौधे का दर्शन करके ही निकलना चाहिए.
– इस पौधे की रोज पूजा करने से हर प्रकार की पीड़ा का नाश होता है.
– इस पौधे की पूजा करने से धन धान की बढोत्तरी होती है.
 

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