कार्तिक मास में तुलसी पूजन का विशेष महत्व

कार्तिक मास में तुलसी पूजन का विशेष महत्व

भोपाल (महामीडिया) कार्तिक का महीना शुरू हो चुका है जोकि 30 नवंबर तक रहेगा। अन्य महीनों की तुलना में कार्तिक का अपना एक अलग महत्व है। कार्तिक मास में भगवान विष्णु की पूजा के साथ-साथ तुलसी पूजा का विशेष महत्व है।
कार्तिक का महीना स्नान और दान-पुण्य के लिये विशेष महत्व रखता है। विष्णुधर्मसूत्र, कृत्यकल्पतरू, हेमाद्रि, पद्मपुराण, निर्णयसिन्धु और गरूड़ पुराण में बताया गया है कि कार्तिक मास में घर से बाहर किसी पवित्र नदी में स्नान, गायत्री जप एवं दिन में केवल एक बार भोजन करके व्यक्ति को शुभ फल प्राप्त होते हैं। 
ऐसे करें तुलसी पूजा
कार्तिक मास के दौरान तुलसी जी के पौधे के चारों ओर चार केले के पत्तों से सुंदर मंडप बनाएं। तुलसी जी को लाल चुनरी चढ़ाएं| साथ ही सुहाग का सामान जैसे- चूड़ी, बिंदी, आलता, सिंदूर, बिछिया आदि चढ़ाये। फिर जल, घी का दीपक जलाएं अक्षत, रोली और द्रव्य से विष्णु जी की पूजा करें और बताशे का भोग लगाएं। आपके दाम्पत्य जीवन में  सुख रहेगा। 
कार्तिक मास के दौरान सुबह स्नान से निवृत्त होकर, साफ कपड़े पहनकर, तुलसी के पौधे के नीचे घी का दीपक जलाएं और 'ऊँ नमो भगवते नारायणाय’ बोलते हुए 5 बार तुलसी के पौधे को प्रणाम करें। ऐसा करने से आपका स्वास्थ्य बेहतर बना रहेगा। 
कार्तिक मास में तुलसी लगाना शुभ 
तुलसी का पौधा औषधियों गुणों से भरपूर होने के साथ-साथ वास्तु की दृष्टि से भी बहुत लाभदायक है। इसे घर में लगाने से नकारत्मकता अपने आप ही खत्म हो जाती है। कार्तिक के महीने में घर में तुलसी का पौधा लगाना बहुत ही शुभ माना जाता है। इससे घर में सुख-सौभाग्य बढ़ता है और मन को खुशी मिलती है।
 

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