तीज-त्योहारः 'रक्षाबंधन' का शुभ मुहूर्त, महत्व और इतिहास

तीज-त्योहारः 'रक्षाबंधन' का शुभ मुहूर्त, महत्व और इतिहास

भोपाल (महामीडिया) सावन की पूर्णिमा यानी 22 अगस्त के दिन भाई-बहन के प्रेम का त्योहार 'रक्षाबंधन' मनाया जाएगा। इस दिन भद्रा नहीं है और न ही किसी प्रकार का कोई ग्रहण है, भद्रा सुबह सवा छ बजे ही समाप्त हो जाएगी, इसलिए इस वर्ष का 'रक्षाबंधन' शुभ संयोग वाला है।
रक्षाबंधन का शुभ मुहूर्त 
प्रातः 6:15 बजे के बाद से सुबह 7:51 तक 
दोपहर 12:00 बजे से 14:45 तक 
शाम 6 :31 बजे से 7:59 बजे तक
रक्षा सूत्र का अभियान
राखी के दिन ही हिमानी शिवलिंग आकार ग्रहण करते हैं और इसी वजह से इस दिन ही विश्वप्रसिद्ध अमरनाथ यात्रा भी पूरी होती है। राखी का त्योहार पड़ोसी देश नेपाल में भी मनाया जाता है। आप में से बहुत कम लोग जानते होंगे कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में भी राखी के पर्व का उल्लेख है। गुरुदेव रविंद्र नाथ टैगोर ने जगजागरण के रक्षा सूत्र का अभियान चलाया था।
वामनावतार ने भी राजा बलि के रक्षासूत्र बांधा था
तो वहीं कुछ पौराणिक कथाओं में 'रक्षासूत्र' का उल्लेख है, जिसके अनुसार भगवान विष्णु के वामनावतार ने राजा बलि के 'रक्षासूत्र' बांधा था और उसके बाद ही उन्हें पाताल जाने का आदेश दिया था।
राखी बांधते समय करें इस मंत्र का उच्चारण
ओम यदाबध्नन्दाक्षायणा हिरण्यं, शतानीकाय सुमनस्यमाना:। 
तन्मSआबध्नामि शतशारदाय, आयुष्मांजरदृष्टिर्यथासम्।।

कहा जाता है कि भगवान विष्णु के वामनावतार ने इसी मंत्र के साथ राजा बलि को रक्षासूत्र बांधा था।
प्रेम और विश्वास का प्रतीक है रक्षाबंधन
रक्षाबंधन प्रतीक है प्रेम का, वचन का, किसी पर अटूट विश्वास का, किसी पर सबकुछ लुटा देने का। ये केवल धागा नहीं है बल्कि किसी की उम्मीद है जो लोग किसी की कलाई पर बांधते हैं।
राखी सावन का आखिरी दिन होता है
राखी सावन का आखिरी दिन होता है और इस दिन के बाद से भाद्र माह की शुरुआत हो जाती है। वैसे तो ये पर्व भाई-बहनों के प्रेम का मानक है लेकिन राखी के दिन हमारे देश में ब्राह्मणों, गुरुओं, नेता और प्रतिष्ठित व्यक्ति को भी राखी बांधी जाती है। देश में कहीं जगह वृक्ष को और भगवान को भी राखी बांधने की परंपरा है। इस दिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पुरुष भाईचारे के लिये एक दूसरे को भगवा रंग की राखी बांधते हैं तो वहीं राजस्थान और हरियाणा में भाभीयों को भी राखी बांधी जाती है।
 

सम्बंधित ख़बरें