कल तीन दुर्लभ संयोगों में मनाई जाएगी बसंत पंचमी
भोपाल [ महामीडिया] सनातन धर्म में हर साल बसंत पंचमी पर्व उत्साह के साथ मनाया जाता है। बसंत पंचमी हर साल माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाई जाती है और इस दिन ज्ञान की देवी सरस्वती माता की पूजा विधि-विधान के साथ की जाती है। इस साल बसंत पंचमी कल 14 फरवरी को मनाई जाएगी । सरस्वती जी की पूजा के लिए शुभ समय 5 घंटे मिलेंगे। पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 07 बजे से दोपहर 12.35 बजे तक रहेगा। बसंत पंचमी के दिन ही मां सरस्वती प्रकट हुई थी और संसार में ज्ञान का प्रवाह शुरू हुआ था। इस दिन देवी सरस्वती की पूजा करने से बुद्धि, विवेक और गुण-ज्ञान की प्राप्ति होती है। बसंत पंचमी के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, रेवती नक्षत्र और अश्विनी नक्षत्र सहित कई दुर्लभ संयोग निर्मित हो रहे हैं। 14 फरवरी को मकर राशि में बुध, मंगल और शुक्र एक साथ रहेंगे। ऐसे में त्रिग्रही योग रेवती नक्षत्र में निर्मित हो रहा है।