वेदों की जननी माँ गायत्री जयंती आज 

वेदों की जननी माँ गायत्री जयंती आज 

भोपाल [ महामीडिया ] इस बार 31 मई को गायत्री जयंती मनाई जाती है। आज के दिन मां गायत्री की विधि-विधान से पूजा-अर्चना करने का विधान है। ज्येष्ठ मास की शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को गायत्री जयंती पर्व मनाया जाता है। बता दें कि चारों वेदों की उत्पति भी मां गायत्री से मानी जाती है। इस साल मई के अंतिम दिन यानी की 31 मई को गायत्री जयंती का पर्व मनाया जा रहा है। आज के दिन मां गायत्री की विधि-विधान से पूजा-अर्चना करने से व्यक्ति को सद्बुद्धि और ज्ञान की प्राप्ति होती है। मान्यता के अनुसार, चारों वेदों का ज्ञान लेने के बाद जिस पुण्य फल की प्राप्ति होती है, उतना पुण्य अकेले गायत्री मंत्र का जाप करने से प्राप्त होता है। इसलिये गायत्री मंत्र को वेदों का सार भी माना गया है।बता दें कि मां गायत्री से ही चारों वेद, शास्त्र और श्रुतियां का अवतरण माना गया है। वेदों की उत्पत्ति के कारण ही गायत्री मां को वेदमाता भी कहा जाता है। त्रिदेव यानी की ब्रह्मा, विष्णु और महेश भी इनकी आराधना करते हैं। जिसके कारण इनको देवमाता भी माना जाता है। इसके अलावा मां गायत्री को ब्रह्माजी की दूसरी पत्नी भी माना जाता है। मां पार्वती, सरस्वती, लक्ष्मी का अवतार मां गायत्री को माना जाता है।30 मई को ज्येष्ठ शुक्ल दशमी तिथि की शुरूआत शाम 05:37 पर होगी। वहीं 31 मई को दोपहर 06:15 मिनट पर इस तिथि की समाप्ति होगी। इसीलिए 31 मई को पूरे देश में गायत्री जयंती का पर्व मनाया जाएगा। गंगा दशहरा के अगले दिन गायत्री जयंती का पर्व मनाया जाता है। 
सुबह 08:51 मिनट से 10:35 तक
सुबह 10:35 मिनट से दोपहर 12:19 तक
दोपहर 12:19 मिनट से 02:02 तक
दोपहर 03:46 मिनट से शाम 05:30 तक

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