
निर्जला एकादशी 6 जून को
भोपाल [महामीडिया] शुक्रवार, 6 जून को निर्जला एकादशी है। इसे साल की सबसे बड़ी एकादशी माना जाता है। ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी का महत्व काफी अधिक है, क्योंकि ये व्रत तपस्या की तरह किया जाता है। ये व्रत सबसे कठिन माना जाता है, क्योंकि भक्त पूरे दिन पानी भी नहीं पीते हैं। गर्मी के समय में पानी के बिना रहना बहुत मुश्किल होता है, इसी वजह से जो भक्त ये व्रत कर लेते हैं, उन्हें सभी 24 एकादशियों का पुण्य मिल जाता है। इस व्रत में संयम की परीक्षा होती है, भक्त किस तरह खुद पर संयम रखकर पूरे दिन निराहार और निर्जल रहकर भक्ति करता है। इसी वजह से ये व्रत संयम और भक्ति का प्रतीक है।