
ज्येष्ठ मास की परंपराएं
भोपाल [महामीडिया] आज ज्येष्ठ महीने का तीसरा दिन है। इस महीने में गर्मी पूरे प्रभाव में होती है। ज्येष्ठ मास में रोज सुबह सूर्योदय से पहले जागना चाहिए। स्नान के बाद उगते सूर्य को अर्घ्य देना चाहिए। अर्घ्य देने के लिए तांबे के लोटे का इस्तेमाल करें। ऊँ सूर्याय नम: मंत्र का जप करते हुए सूर्य को जल चढ़ाएं। अर्घ्य चढ़ाने के बाद तुलसी को भी जल चढ़ाएं। सूर्य को जल चढ़ाने के बाद घर के मंदिर में पूजा करें और पूजा में अपने इष्टदेव के मंत्रों का जप करें। जैसे शिव जी के लिए ऊँ नम: शिवाय, विष्णु जी के लिए ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय, श्रीकृष्ण के लिए कृं कृष्णाय नम:, श्रीराम के लिए रां रामाय नम:, हनुमान जी के लिए श्री रामदूताय नम:, देवी मां के लिए दुं दुर्गायै नमः मंत्र का जप कर सकते हैं।